देहरादून । रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में डकैती डालने वाले गैंग के सदस्यों ने देहरादून में वारदात से करीब डेढ़ महीने पहले आकर डेरा डाल लिया था। गैंग की एक टीम ने ज्वेलरी शोरूम के साथ ही यहां से भागने के कई रास्तों की रेकी करने के साथ ही रूट मैप भी तैयार किया था। तभी राष्ट्रपति और गृह मंत्री की चौकस सुरक्षा के बीच वह आसानी से भागने में कामयाब हो पाए।एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गैंग की वित्तीय मदद करने में गिरफ्तार हुए अमृत कुमार और विशाल कुमार को ट्रांजिट रिमांड पर दून लाया जा रहा है। दोनों लेकर टीम शुक्रवार रात दून पहुंची।
एसएसपी के मुताबिक अब तक की जांच में यह साफ हो गया कि गैंग ने इस बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए दून में घटना से करीब डेढ़ महीने पहले आकर ठिकाना बना लिया था। गैंग के कुछ सदस्य सेलाकुई के इंडस्ट्रियल इलाके में रहे। वहां से उन्होंने बार-बार पूरे शहर की रेकी की। इस दौरान रिलायंस ज्वेलरी शोरूम को चुना गया। क्योंकि, इसका प्रवेश का रास्ता सीधे सामने की तरफ नहीं था और अधिकांश गहने डिस्प्ले बोर्ड में लगे हुए थे।
रेकी टीम के होमवर्क के बाद गैंग के वारदात को अंजाम देने वाले सदस्य पहुंचे। उन्होंने रेकी टीम के रूट मैप की स्टडी की। फिर राज्य स्थापना दिवस के दिन राष्ट्रपति की मौजूदगी के दिन हथियार के दम पर ज्वेलरी शोरूम में घुसे। ज्वेलरी शोरूम से बदमाश करोड़ों रुपये के गहने ले गए। शोरूम कंपनी की तरफ से 14 करोड़ के गहने जाने की जानकारी अब तक पुलिस को उपलब्ध करा दी गई है। देहरादून पुलिस का दावा है कि जल्द ही डकैतों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सेलाकुई और सहसपुर क्षेत्र में चल रहा सत्यापन: डकैतों के सेलाकुई के इंडस्ट्रियल एरिया में रहने की जानकारी पुलिस को मिली है। यहां बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों के कामगार रहते हैं। इसके बाद इंडस्ट्रियल एरिया के पास सेलाकुई और सहसपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने घर-घर सत्यापन अभियान शुरू किया है। जिन दो बदमाशों की पहचान हुई है, उनकी फोटो के जरिए उनके बनाए गए ठिकाने का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।