देहरादून(आरएनएस)। सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सहकारिता के चुनाव समय पर कराने के निर्देश दिए। कहा कि 30 नवंबर तक सहकारी सदस्यता अभियान को पूरा किया जाए। दो लाख नए सदस्य बनाए जाएं। अभी तक सिर्फ 77 हजार ही नए सदस्य बने हैं। विधानसभा में समीक्षा बैठक में कहा कि सहकारी समितियों के चुनाव समय पर होंगे।
सभी 670 समिति को चुनाव योग्य बनाने को सदस्य अभियान जारी रखा जाए। अभी 12 लाख सहकारी समिति के सदस्य हैं। नए सदस्य 77 हजार ही बने हैं। सदस्य अभियान 30 नवंबर तक जारी रखा जाए। कहा कि फरवरी में हरिद्वार में सहकारिता का चिंतन शिविर होगा। इसमें भविष्य के लिए योजनाएं और नीतियां बनाई जाएंगी।
ताकि किसानों की आमदनी सहकारिता के जरिए दोगुनी हो सके। यह योजना स्थानीय स्तर पर सहकारिता की गतिविधियों को बढ़ाने को महत्वपूर्ण है। इसके द्वारा ग्रामीण समुदायों को विभिन्न क्षेत्रों में समृद्धि को उपाय और मौके प्रदान किए जाएंगे। सहकारिता के जरिए ग्रामीण समुदायों को आर्थिक रूप से मजबूत और स्वावलंबी बनाया जाएगा।
कहा कि, सहकारिता एक ऐसा माध्यम है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में समाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में सक्षम है। सहकारी समितियों में वन टाइम सेटलमेंट योजना को शत प्रतिशत लागू किया जाए। 6778 लोगों में से 17 करोड़ 23 लाख रुपये मृतक बकायेदारों के परिजनों ने अभी तक जमा किए हैं। कहा कि दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना में बिना ब्याज के किसानों को ऋण उपलब्ध कराए जाएं।
2017 से अभी तक 855579 लोगों को 4835.34 करोड़ रुपये का ऋण बांटा जा चुका है। 4894 स्वयं सहायता समूह को भी ऋण दिए गए। बैठक में रजिस्ट्रार आलोक कुमार पांडेय, अपर निबंधक आनंद शुक्ल, राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक नीरज बेलवाल, उत्तराखंड सहकारी संघ की प्रबंध निदेशक रामिन्द्री मंद्रवाल, पीसीयू प्रबंध निदेशक मान सिंह सैनी, संयुक्त सचिव सहकारिता राजेंद्र प्रसाद भट्ट, निदेशक मनोज पटवाल आदि मौजूद रहे।