घर में खिड़कियां हमेशा सम संख्या जैसे 2, 4, 6, 8, 10 में होनी चाहिए। विषम संख्या जैसे- 1, 3, 5, 7 की संख्या में खिड़कियों का होना शुभ नहीं माना जाता। यदि मुख्यद्वार के पास बनी खिड़की टूटी-फूटी या गंदी या पुरानी होगी, तो परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्व दिशा में ज्यादा से ज्यादा खिड़की होनी चाहिए। इससे न सिर्फ सूर्य की पहली किरण घर में प्रवेश करती है, बल्कि इस रोशनी के साथ सौभाग्य भी लेकर आती हैं। वहीं, उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा मानी जाती है। इस दिशा बनीं खिड़कियां परिवार पर कुबेर देवता की कृपा दृष्टि बरसाती रहती हैं।
खिड़की पर पर्दे अवश्य लगाने चाहिए। अगर हो सके, तो खिड़की के बाहरी हिस्सों पर गमलों लगाना अच्छा माना जाता है। रोजाना घर की खिड़कियों को कुछ समय के लिए जरूर खोलना चाहिए। इससे घर में शुद्ध हवा, प्रकाश व सकारात्मक ऊर्जा आती है।