देहरादून(आरएनएस)। राज्य स्थापना दिवस पर श्री गुरु राम राय लक्ष्मण संस्कृत महाविद्यालय आयोजित संगोष्ठी में राज्य आंदोलन के शहीदों को याद करते हुए श्रद्धाजंलि दी गई। राज्य आंदोलन के पुरोधा इंद्रमणी बडोनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राम भूषण बिजल्वाण ने उत्तराखंड में भौतिकता के बजाए देवत्व को बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए।
आज प्रदेश के युवा अपनी बोली गढ़वाली कुमाउंनी जौनसारी से विमुख होते जा रहे हैं। अभी तक हमारी बोली को भाषा का दर्जा नहीं मिल पाया है। इसके लिए अधिक प्रयास करने होंगे। संगोष्ठी में डॉ. शैलेंद्र प्रसाद डंगवाल डॉ. सीमा बिजल्वाण, आचार्य मनोज शर्मा, आचार्य नवीन भट्ट, डॉ.मोहित बडोनी आदि मौजूद रहे।